आपके किस करने से प्रभावित होता है बच्चे का दिमाग, जानिए कैसे?

आपके किस करने से प्रभावित होता है बच्चे का दिमाग, जानिए कैसे?

सेहतराग टीम

बच्चे देखने में इतने प्यारे और क्यूट लगते हैं कि उन्हें देखते ही किस करने का मन करता है। जैसे ही कोई उन्हें गोद में लेता है तो उन्हें किस करने लगता है। कोई उनके गाल पर किस करता है तो कोई उनके नन्‍हे पैरों को किस करता है। इसके अलावा कभी-कभी बच्चों के हाथों को और माथे पर किस करते हैं। वैसे माने तो यह सब तरीके बच्चों को लाड-दुलार करने के होते हैं। किस करने से बच्चे में प्यार फैलता है। लेकिन क्या आपको पता है कि इससे आपके बच्चे कुछ सही और गलत प्रभाव पड़ते हैं। आज हम बच्चे को किस करने के प्रभाव एवं सावधानियों के बारे में बताएंगे।

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हाल ही में की गयी रिसर्च में सामने आया है कि जो मांएं अपने बच्चे को दुलार दिखाती हैं, उनके बच्‍चे आगे चलकर शांत व्‍यक्‍तित्‍व के बनते हैं। किस करने पर बच्‍चे का इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत होता है और उसका आईक्‍यू लेवल भी बेहतर होता है।

बच्चे को होठों पर चूमना

दो महीने तक का शिशु या बच्चा अपने हाथों से होंठों को छूता है, आवाजें निकालता है और दूसरों को देखकर मुस्‍कुराता है। खाने, पैसिफाई करने और कम्‍युनिकेट करने के लिए बच्‍चे अपने होंठों का इस्‍तेमाल करते हैं।

वॉशिंगटन की लर्निंग एंड ब्रेन साइंसेस इंस्‍टीट्यूट में प्रकाशित न्‍यूरल मैप ऑफ टू-मंथ बेबी नामक स्‍टडी के अनुसार, शिशु या बच्चे के होंठों के बीच के हिस्‍से को छूने पर ही उसके दिमाग की अधिकतर एक्टिीविटीज होती हैं। रिसर्च के बाद प्रमुख लेखक मेल्‍ट्ज ने कहा कि शिशुओं के लिए होंठ महत्‍वपूर्ण होते हैं। जब बच्‍चों के होंठों को छुआ जाता है, तो वो अच्‍छा महसूस करते हैं। हालांकि, शिशु को किस करते समय हर पैरेंट काे कुछ बातों का ध्‍यान रखना चाहिए।

इन बातों का रखें ध्‍यान:

  • शिशु या बच्चे को किस करते समय आपको कुछ बातों का ध्‍यान रखना चाहिए ताकि बच्‍चे कोई नुकसान न पहुंचे।
  • पैरेंट्स अपनी साफ-सफाई का भी ध्‍यान रखें। बच्‍चे के पास जाने से पहले अपने हाथों और चेहरे को अच्‍छी तरह से धो लें। खांसने और छींकने के बाद हाथ जरूर धोएं। हाथ कम से कम 20 सेकंड तक धोएं। ओरल हेल्‍थ का ध्‍यान रखें।
  • किस करने से फैलने वाले अधिकतर संक्रमणों का इलाज किया जा सकता है। बच्‍चे का इम्‍यून सिस्‍टम कुछ दिनों के अंदर अपने आप ही इन इंफेक्‍शन से लड़ सकता है। इन संक्रमणों से बचाने के लिए कुछ वैक्‍सीन भी मदद करते हैं।
  • काली खांसी और चिकनपॉक्‍स जैसे इंफेक्‍शन एक-दूसरे के संपर्क में आने से फैलता है और इसे वैक्‍सीन की मदद से रोका जा सकता है। डॉक्‍टर से बात करके बच्‍चे को सभी जरूरी वैक्‍सीन लगवाएं।
  • शिशु या बच्चे का इम्‍यून सिस्‍टम पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ होता है इसलिए आपको बच्‍चे के पास जाने के लिए खुद को भी वैक्‍सीन लगवाना चाहिए। आप फ्लू और काली खांसी का वैक्‍सीन लगवा सकते हैं।
  • बच्‍चे के पास जाते समय मेकअप या कॉस्‍मेटिक प्रोडक्‍ट्स का इस्‍तेमाल न करें। लोशन, क्रीम, लि‍पस्टिक और आई मेकअप को शिशु या बच्चे मुंह में ले ले, तो इससे बच्‍चे को दस्‍त हो सकते हैं।

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